नवाचार_प्रोजेक्ट - खेल समन्वित शिक्षण, ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यशाला
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आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः।
इस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी इन एजुकेशन,(आई0ए0एस0ई0)
खेल समन्वित शिक्षण-अधिगम
(ऑनलाइन-राज्य स्तरीय कार्यशाला)
उद्देश्य -
खेल एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से विभिन्न अनुभवों की सीखा, परखा जाता है एवं उन अनुभवों का प्रयोग हम विभिन्न परिस्थियां में करते हैं।
बच्चो कें सीखने (अधिगम) में खेल एक प्रमुख विधि हैं। भिन्न-भिन्न आयु वर्ग के बच्चे भिन्न-भिन्न खेल खेलते हैं। विभिन्न प्रकार के खेल बच्चो के सम्पूर्ण विकास में सहायक होते हैं। खेल से बच्चों का शारीरिक, संज्ञानात्मक, संवेगात्मक, सामाजिक एवं नैतिक विकास होता हैं। मनोवैज्ञानिक जीन पियाजे कें अनुसार ‘खेल‘ एवं सीखना के को स्पष्ट करते हुए कहा संज्ञानात्मक विकास के प्रथम चरण में बच्चा वस्तुओं के साथ संबंध प्राप्त करने व उसका संचालन करने का प्रयास करता है, दूसरे चरण में बच्चा कल्पनाओं को रूप देने के लिए वस्तुओ कें किसी प्रतीक के रूप में उपयोग करता हैं, अन्तिम चरण में 7 से 11 वर्ष की आयु में काल्पनिक भूमिकाओें के खेल की तुलना में खेल के नियम एवं बारीकियों में संलग्न रहता हैं। खेलो में तार्किक क्षमता व विभिन्न कौशलों को विकसित करने में मदद मिलती हैं। मनोवैज्ञानिक वाइगोत्स्को के अनुसार जटिल भूमिकाओं वाले खेल में बच्चो को अपने व्यवहार को संगठित करने के बेहतर एवं सुरक्षित अवसर मिलता है, जो वास्तविक स्थितियों में नही मिलता।
अतः मनोविज्ञान यह सिद्व करता है। कि खेल द्वारा बच्चे भयमुक्त वातावरण में उत्कृष्ट सीखते हैं, इन उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु आई0ए0एस0ई0 प्रयागराज की प्राचार्य/अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक), ललिता प्रदीप नें खेल समन्वित शिक्षण, प्रशिक्षण कार्यशाला को ‘नवाचार प्रोजेक्ट‘ के रूप में सम्पन्न कराने का निर्णय किया।
प्रशिक्षण आनॅलाइन के माघ्यम से Zoom प्लेटफार्म में दो दिवसीय तीन फेरों में 100-100 प्रतिभागियों पर संचालित किया जाना हैं।
Join Zoom Meeting:-
https://us02web.zoom.us/j/3854065382
साभार:-
IASE प्रयागराज
